Mann Ki Baat : इस बार प्रधानमंत्री मोदी 112वीं बार देश को सम्बोधित कर तीन बड़े मुद्दो पर मन की बात |जानें तीन मुद्दे

Mann Ki Baat : हर महिने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे मन की बात को टेलीकास्ट किया जाता है जिसमें मोदी जी ने तीसरी बार सरकार बनने के बाद दूसरी बार मन की बात का प्रसारण किया और तीन बड़े मुद्दो पर बात की तो जानें क्या है वो तीन मुद्दे…..वन जीव संरक्षण. वन सुरक्षा, पेरिस ओलंपियाड, चराइदेव मैदान (असम) युनेस्को वर्ल्ड साइट में सामिल

Mann Ki Baat : इस बार प्रधानमंत्री मोदी कर सकते तीन बड़े मुद्दो पर मन की बात |जानें तीन मुद्देToday Current Affairs : नौसेना को मिला 'INS त्रिपुट'और भारत वर्ल्ड पासपोर्ट में 82वें पायदान पर

मोदी जी ने मन की बात में वन , वन्यजीव, ओलंपिक खेल, चराइदेव मैदान की बात करी जिसमे उन्होंने सभी पर जमकर बात करी तो जलों जानें……

पीएम मोदी जी ने मन की बात का प्रारंभ 03 अक्टुबर 2014 को किया था और इसके बाद से मोदी एक एक करके 112 मन की बात मे देश के सभी जनता जनारदन को सम्बोधित किया है और मोदी जी ने अपना 100 वां एपिसोर्ड 30 अप्रैल 2023 में प्रसारित किया था इस प्रसारण को पूरे भारत में प्रसारित किया जाता है और दुनिया को मैसेज दिया जाता है कि अपनी देश की जनता को किस प्रसार से जागरूक वनाना है और भारत को फिर से विश्व गुरू वनाना है ।

मन की बात

प्रधान मंत्री मोदी ने अपनी 112वीं मन की बात में सभी देशवासियों का स्वागत किया और सभी को साधुबाद किया ,इसके बाद मोदी जी ने मन की बात करते समय ही पेरिस ओलंपियाड खेल में सामिल सभी खिलाड़ीयों से बात की और देश के सभी युवाओ को यह मैसेज दिया कि सभी युवाओं को इन सभी से कुछ सीखना चाहिए साथ ही अपने देश के सभी किसान ,गरीब भाईयों को कहां की आप सभी चिंता न करें मोदी है तो सब मिलेगा ।

पेरिस ओलंपियाडः मोदी जी ने सभी खिलाड़ीओं का हौसला बड़ाया और अपने खेल पर ध्यान रखने की नसियत दी सभी से गोल्ड लाने का प्रयार करने के लिए भी सजेस्ट किया और अपने खेल के प्रति कठिन काम करने को कहा इस दौरान सारे खिलाड़ी बड़े ही हर्ष का अनुभव कर रहे थे और एकाग्रता से मोदी जी की एक एक बात सुन रहे थे।

वन संरक्षण और और वन्यजीवों के संरक्षण – मोदी जी ने मन की बात के दौरान वन और वन्यजीव संरक्षरण पर बात करी जिसमें मोदी जी ने बतायो की दुनिया भर में टाइगर की 70 प्रतिशत आबादी भारत में है जिसमें उन्होंने पेड़ न काटने की नसियत दी और जिक्र किया की जंगलो या वनों में कुल्हाड़ी लेकर ना जाये । जिससे वन सुरक्षित रहे और वन्यजीवों को कोई परेशानी न हो ।

चराइदेव मैदान (असम) युनेस्को वर्ल्ड साइट में सामिल– अब मोदी जी अपने मन की बात सभी से कहा की आपके मन में ये सबाल आ हरा होगा कि ये चराइदेव मैदान मे आखिर है क्या और यह क्या इतना चर्चित है की युनेस्को की साइट में सामिल हो रहा फिर इसके बाद मोदी जी ने बताया कि इसका मतलब है- साइनिंग सिटी ऑन द हिल्स इस अर्थ है -पहाड़ी पर एक चमकता शहर ये अहोम राजवंश की पहली राजधानी थी अहोम राजवंशो के लोग अपने पूर्वजों शव और इनकी कीमती चीजो को परंपारिक रूप से मैदाम में रखते थे मैदाम टीले नूमा एक ढाचा होता है जो मिट्टी से ढका होता है और नीचे एक से अधिक कमरे होते है ये मैदाम अहोम राजाओं और गणमान्य लोगों के प्रति श्रध्दा का प्रतिक है इस सम्राज का इतिहास और भी हेरान करने बाला है 13 शताब्दी से 19 शताब्दी की शुरूआत तक चला इतने लम्बे समय तक एक सम्राज्य का बने रहना एक बहुत बड़ी बात है ।

मोदा जी ने अपनी मन की बात के अंतिम बार भी से सभी देश बासियों को बहुत बहुत धन्यबाद कहा ।

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