बागेश्वर धाम के चमत्कारी गुरु की बात करें तो उनके सिर पर अपने दादा गुरु और संन्यासी बाबा के साथ – साथ श्री स्वंयभू हनुमान जी का विशेष आशीर्वाद है, इस बजह से उनके पास जो भी भक्त जिस भाव से गुरु जी के पास आते है तो गुरु जी उन सभी भक्तों की अर्जी श्री बाला जी सरकार के चरणो में लगाते है जिससे बाला जी सरकार जो भी गुरु जी को प्रेरणा देते है, उसको गुरु जी अपने पर्चे में लिखकर बाला जी के भक्तों की समस्याओं को बताकर उन समस्याओं से कैसे छुटकार पाये ये सब बताते है और सभी भक्तों को श्री बागेश्वर धाम सरकार से जुड़ने के लिए प्रैरित करते हैं।
बागेश्वर धाम
यह पावन तीर्थ मध्य प्रदेश के शिल्प जिला छतरपुर की छोटी-सी तहसील राजनगर के अंतर्गत ग्राम गढ़ा में स्थित विश्व प्रसिध्द तीर्थ बागेश्वर धाम जिनकी ख्याति देश-विदेश में सर चड़के फेल रही है। बागेश्वर धाम सरकार कहे जाने वाले परम् पूज्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के माध्यम से स्वंयभू हनुमान जी की दिव्य भूमि की ख्याति देश-विदेश में हुई है, यहां बाला जी सरकार ने कलयुग में अपने होने का सबको आवास कराया है कि जिस प्रकार से भगवान राम ने कहां था की हे हनुमान तुम कलयुग में भी अपने भक्तों का कल्याण कर उनका उध्दार करोंगे ।
इस पावन धरा के बालाजी अर्जी के माध्यम से सभी भक्तों की समस्याओं का समाधान करते है और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर परम् पूज्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी को अपने सभी भक्तों की समस्या सुनने का माध्यम बनाया ।
राष्ट्रीय कथा व्यास का मुख्य उद्देश्य
श्री स्वंयभू हनुमानजी के परम् भक्त और संन्यासी बाबा के कृपा पूर्ण युवा संत पीठाधीश्वर परम् पूज्य धीरेन्द कृष्ण शास्त्री जी के श्री मुखारबिन्दु से जो कथा होती है उसका मुख्य उद्देश्य है कि सारे जगत( संसार) में सनातन प्राचीन पंरम्परा का प्रचार-प्रसार करना और पूरे विश्व में सार्वभौमिक शांति ,सत्य, करुण एवं प्रेम का संदेश पहुँचना है।
पेशी कब-कब करना
बन्धुओं, आप सभी मंगलवार को श्री बालाजी सरकार की पेशी कर बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी लगा सकते है इसके बाद कम से कम आपको 5 बार बागेश्वर धाम की पेशी करनी होगी तथा आप चाहे तो शनिवार को भी बागेश्वर धाम के दर्शन कर पेशी कर अपनी अर्जी लगा सकते है ।
अर्जी लगाने के बाद क्या-क्या नहीं खान-पीना
- प्याज
- लहसुन
- मांस
- मदिरा(दारू)
अगर आपको अर्जी को लगवाना है तो ये चार चीजो का सेवन करना बंद करना होगा।
टोकन कैसे मिलेगा
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के निर्देशानुसार समय-समय पर टोकन वितरित किए जाते है। टोकन पाने के लिए आपको बागेश्वर धाम समिति से संपर्क करना पड़गा । इसके लिए एक निश्चित तिथि निर्धारित की जाती है तिथि को बागेश्वर धाम में आने वाले सभी भक्तों को एक से दो दिन पहले बता दिया जाता है या परम् पूज्य गुरु जी के मुखारबिन्दु के द्वारा कथा के अंत में सभी भक्तों को बता दिया जाता है, कि इस तारिख को टोकन डाले जायेगें ।
टोकन मेंक्या-क्या लिखना होता है
सबसे पहले आपको बतादे की जिस दिन टोकन डाले जायेगें तो धाम के परिसर में एक पेटी रखी जयेगी जिसमें आपको टोकन डालना है…………
- आपका नाम –
- पिता का नाम-
- अपने गांव का नाम-
- जिला का नाम –
- अपने राज्य का नाम –
- पिन कोड नम्बर –
- मोबाइल नम्बर –
ये सभी जानकारी भरकर आपको अपने टोकन को उस पेटी में डाल देना है इसके बाद जब टोकन खुलना हौगा तो
आपको बागंश्वर धाम कमेटी की ओर से कॉल आयेगा की आपकी अर्जी लग गयी है आप इस तिथि
को बागेश्वर धाम आये ।